लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महापुरुषों के नाम पर छुट्टियां बंद होनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि स्कूलों में महापुरुषों पर विशेष कार्यक्रम होना चाहिए. ताकि बच्चों को महापुरुषों के बारे में जानकारी मिल सके. योगी आदित्यनाथ भीमराव अंबेडकर जयंती के एक कार्यक्रम में कहा कि यूपी में बहुत सारी छुट्टियां महापुरुषों के नाम पर होती हैं, कई लोग इसका बुरा मान सकते हैं, लेकिन अच्छा है यदि छुट्टी न करके महापुरुषों पर कार्यक्रम हो ताकि लोग उनके बारे में अधिक से अधिक जान सकें.
सबसे ज्यादा छुट्टियां यूपी में होती हैं. 365 दिनों में 192 दिन सरकारी छुट्टियां होती हैं. या यूं कहें कि जितने भी मुख्यालय, सचिवालय, पीडब्ल्यूडी समेत सारे हेड ऑफिसों में फाइव डेज वीक होता है. इसका मतलब शनिवार और रविवार के 104 दिन होते हैं. इनमें सार्वजनिक अवकाश 38 दिन, अर्जित अवकाश-30, कैजुअल अवकाश 15, ऐच्छिक अवकाश-2 और लोकल हॉलीडे 3 दिन होता है.
महापुरुषों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिन, चंद्रशेखर आजाद की जयंती, चरण सिंह का जन्मदिन, हजरत अली और ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के जन्म के दिन छुट्टी, राणा प्रताप जयंती, परशुराम जयंती आदि पर छुट्टी दी जाती है. किसी खास धर्म और जाति के लोगों को खुश करने के लिए इन छुट्टियों का ऐलान हुआ, नतीजा यह हुआ कि साल के आधे दिन लोग छुट्टी पर रहते हैं और बाकी दिन घूमने निकल जाते हैं. इसी को लेकर योगी आदित्यनाथ आज कहा कि महापुरुषों के जन्म के दिन छुट्टी बंद होनी चाहिए. हालांकि उन्होंने भीमराव अंबेडकर जयंती पर यह बात कही, सो उनके विरोधी सवाल उठा सकते हैं कि आपने इस सवाल के लिए यही दिन क्यों चुना.
उल्लेखनीय है कि भीमराव अंबेडकर की 126वीं जयंती पर मंच से स्वच्छता का नारा देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि साल 2022 तक देश को स्वच्छ कर देंगे. प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, वह देश में पिछड़ों को आगे बढ़ने का मौका दे रहे हैं. हम भी ऐसा राज्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जहां दलितों व पिछड़ों का विकास होगा.
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