गोरखपुर। योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया है कि अब रामराज्य की शुरुआत हो गई है। उन्होंने 5 रुपए थाल भोजन और 3 रुपए में नाश्ता यानी 13 रुपए में दोनों टाइम का भोजन और एक टाइम का नाश्ता उपलब्ध कराने के पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है। शुरुआत में उत्तर प्रदेश के पांच शहरों में गोरखपुर का भी नाम है, जहां पर यह योजना शुरू की जाएगी। लेकिन, अब सवाल यह उठता है कि यह विचार आया कहां से। तो हम आपको बताते हैं कि वो 5 रुपए में एक थाल भोजन देने की योजना को कहां से लाए हैं।
पढ़िए खास रिपोर्ट…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूं ही यह घोषणा नहीं कर दी है कि वह 13 रुपए में दो टाइम का भोजन और एक टाइम का नाश्ता उपलब्ध कराएंगे। 8 साल पहले से ही उन्होंने इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए प्लान तैयार कर लिया था। गोरखनाथ मंदिर का गोरखनाथ चिकित्सालय इसका जीता-जागता उदाहरण है। चिकित्सायल का अन्नपूर्णा भोजनालय सेवा संस्थान में पिछले 8 सालों से मरीज, तीमारदारों के साथ श्रद्धालुओं को 10 रुपए थाल भोजन उपलब्ध कराकर एक नजीर पेश कर रहा है। यहां के प्रभारी अखिलेश चौधरी बताते हैं कि 8 वर्षों से यहां पर 10 रुपए थाली भोजन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि खाने में दाल, चावल, दो सब्जी और दो रोटी मिलती हैं। इसकी शुरुआत योगी आदित्यनाथ ने की थी। वह कहते हैं कि उनके मुख्यमंत्री बनने से लगता है कि रामराज्य आ गया है।
कोई भी खा सकता है खाना
यहां हर रोज लगभग 400 लोग भोजन करने के लिए आते हैं। गोरखनाथ चिकित्सालय के डिप्टी मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डा. मधुसूदन सिंह ने बताया कि 8 साल पहले इसे योगी आदित्यनाथ ने ही शुरू किया था। वह बराबर यहां खाने की गुणवत्ता और साफ-सफाई का निरीक्षण् करने के लिए आते रहे हैं। अब वह मुख्यमंत्री हैं ऐसे में चिकित्सालय की टीम इसका निरीक्षण करती है। उन्होंने बताया कि बाहर भी इतना सस्ता खाना नहीं मिलता है। किसी के लिए कोई रोकटोक नहीं है। कोई भी आकर यहां पर 10 रुपए में भरपेट भोजन कर सकता है।
क्या कहते हैं लोग
वहीं यहां पर भोजन करने आने वालों में धर्म और जाति का कोई बंधन नहीं है। हिन्दू हो या मुसलमान और फिर सिख-ईसाई। सभी यहां पर भोजन करने के लिए आते हैं। मुर्तजा हुसैन अपनी सास का इलाज कराने के लिए गोरक्षनाथ चिकित्सालय आए हैं। वह बताते हैं कि 10 रुपए थाली के भोजन में दो रोटी, चावल, दो तरह की सब्जी और दाल भी है। इतने कम रेट में खाना बाहर कहीं नहीं मिल सकता है। वह कहते हैं कि रामराज्य की शुरुआत हो गई है और अभी आगे और अच्छा काम होगा।
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