लखनऊ. योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम बनने के बाद मुस्लिमों पर काफी मेहरबान होते नजर आ रहे, जो उनकी हिंदूवादी छवि को बदलने के लिए एक अच्छा संकेत है। हाल ही के दिनों में उन्होंने मुस्लिम धर्म को केंद्र में रखकर कई फैसले लिए वहीं आज भी इसकी बानगी देखने के मिली है। सीएम योगी ने लखनऊ में उर्दू यूनिवर्सिटी के कैंपस के लिए जमीन दिलाने का वायदा किया है।
मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी को लखनऊ कैंपस के लिए जल्द ही जमीन मिलेगी। इस सिलसिले में विश्वविद्यालय के कुलपति, जफर सरेशवाला ने कुछ दिनों पहले ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की जिसके लिए सीएम ने भी सकारात्मक संकेत दिए हैं।
सीएम बनने से पहले योगी आदित्यनाथ हमेशा एक कट्टर हिंदुत्ववादी नेता के रूप में जाने जाते थे। उनका मुख्यमंत्री बनना अपने अाप में मुस्लिम समुदाय के लिए एक झटका था, लेकिन दिन पर दिन उन्होंने ये सोच बदली है। उन्होंने कई मौकों पर यह साबित किया है कि यहां जाति धर्म मुद्दा नहीं है। सभी एक हैं और सबका साथ, सबका विकास होना जरूरी है।
मुस्लिम फरियादियों की सुनते हैं परेशानी-
लगभग रोाजना लगने वाले जनता दरबार में मुस्लिम फरियादी ज्यादा देखें गए हैं और सीएम योगी ने ये सुनिश्चित किया है कि शुरूआत से लेकर फेहरिस्त में खड़े आखिरी इंसान की वो दिक्कतें धर्य से सुने और उसका निवारण करें। हाल में वो सिख गुरुद्वारे भी गए थे, जिससे उन्होंने ये साफ संकेत दिया कि वो किसी एक के न होकर सभी धर्म और जाति के हैं।
मुस्लिम लड़कियों की करवाएंगे शादी-
यूपी सरकार गरीब मुस्लिम लड़के-लड़कियों की सामूहिक शादी कराने का फैसला किया है जिसमें हर वर्ष 100 शादियों का लक्ष्य रखा गया है। शादी में लड़के की तरफ से सरकार लड़की के परिवार को मेहर की रकम चुकाएगी। वहीं मेहर की रकम के अलावा दुल्हा-दुल्हन के लिए दूसरे जरूरी सामान भी सरकार देगी। शादी के लिए सद्भावना मंडप तैयार होगा जिसमें सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम होगा।
मदरसों का आधुनिकीकरण
योगी सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय की शिक्षा को भी खासी अहमियत दी है जिसमें सबसे पहले मदरसों का आधुनिकीकरण होगा। 19213 मदरसों के सिलेबस में हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान के विषय शामिल होंगे वहीं छात्रों को अब सीधे आधार से जोड़कर उनके बैंक खातों में छात्रवृति भेजी जाएगी।
No comments:
Post a Comment