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योगी आदित्यनाथ ने वंदे मातरम पर विवाद को बताया 'छोटी सोच'

योगी आदित्यनाथ ने वंदे मातरम पर विवाद को बताया 'छोटी सोच'


योगी आदित्यनाथ को यूपी की सत्ता संभाले अभी एक महीना भी नहीं हुआ है लेकिन उनकी नजर 2019 के चुनाव परिणामों पर है. एक हिंदी अखबार को दिये इंटरव्यू में मुख्यमंत्री ने का कहना था कि अगले आम चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने के लिए उनकी सरकार को कड़ी मेहनत करनी होगी. योगी आदित्यनाथ ने धर्म और राजनीति में संतुलन बिठाने पर जोर दिया और दावा किया कि उनकी सरकार धर्म, जाति और संप्रदाय के आधार पर भेदभाव नहीं करेगी.
'धर्म का आधार है राष्ट्र' 
सनातन धर्म को जीवन पद्धति बताते हुए योगी। उन्होंने गांधी के रामराज्य और तुलसीदास की मान्यताओं। मुख्यमंत्री का कहना था कि देश के प्राचीव
'तुष्टिकरण नहीं करेंगे'
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार महिलाओं, पिछड़े तबकों और अल्पसंख्यकों के हितों का बराबर ख्याल रखेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक तुष्टिकरण के नाम पर राज्य की जनता को बांटा जा रहा था और समाजवाद के नाम पर परिवारवाद और जातिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा था.
'कर्ज माफी से खाली नहीं होगा खजाना '
मुख्यमंत्री ने इस आशंका को खारिज किया कि 86 लाख किसानों को कर्ज माफी का बोझ सरकारी खजाने पर पड़ेगा. उनके मुताबिक खर्चों का आकलन करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है और उसकी रिपोर्ट का इंतजार है. आदित्यनाथ का दावा था कि उनकी सरकार किसानों का पूरा कर्ज माफ करना चाहती थी लेकिन पिछली सरकार के दौरान आर्थिक अराजकता के चलते ऐसा मुमकिन नहीं हो सका.
'यूपी का विभाजन नहीं करेंगे'
बीजेपी अब तक छोटे राज्यों की हिमायत करती आई है. लेकिन योगी आदित्यनाथ की मानें तो वो उत्तर प्रदेश का विभाजन कर राज्य को उसके गौरव से वंचित नहीं करेंगे.
'हमारे साथ तेज चलना होगा' 
योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया कि वो हड़बड़ी में प्रशासनिक फेरबदल नहीं करेंगे. लेकिन उन्होंने साफ किया कि उनके साथ अधिकारियों को तेज गति से काम करना होगा और पिछली सरकार में गलत काम करने वाले अफसर उनके साथ नहीं चल सकेंगे.
'पारदर्शी होंगी भर्तियां'
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार में भर्तियां पारदर्शी तरीके से होंगी और जातिवाद या पैसे की बिनाह पर नियुक्ति करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा.

यूपी के चर्च में 'योगी' की हिंदू वाहिनी का हंगामा, लगाया धर्मांतरण का आरोप

यूपी के चर्च में 'योगी' की हिंदू वाहिनी का हंगामा, लगाया धर्मांतरण का आरोप



उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के एक चर्च में हो रही प्रार्थना सभा को सीएम आदित्यनाथ योगी के संगठन हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों ने ये कहकर रुकवा दिया कि वहां धर्मांतरण किया जा रहा था.
हिंदू वाहिनी ने आरोप लगाया है कि चर्च में प्रार्थना सभा की आड़ धर्मांतरण हो रहा था. इसके बाद पुलिस ने प्रार्थना सभा पर रोक लगा दी
क्या है मामला
शुक्रवार को महाराजगंज जिले के धतौली में बने चर्च में तकरीबन 100 से 150 लोग प्रार्थना के लिए पहुंचे हुए थे. जिसमें 11 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे, जोकि यूपी घूमने के लिए आए हुए थे. चर्च के खिलाफ हिंदू वाहिनी द्वारा की गई शिकायत के बाद ही पुलिस ने प्रार्थना रुकवाई. आपको बता दें कि हिंदू युवा वाहिनी संगठन के संस्थापक यूपी के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ हैं.
चर्च में रोके गए अमेरिकी टूरिस्ट्सों के पासपोर्ट सही पाए जाने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया. वहीं दूसरी तरफ चर्च के लोगों ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. पादरी एडम ने कहा कि उनपर लगे सभी आरोप गलत हैं. उन्होंने कहा कि प्रार्थना में आने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया गया था और चर्च में प्रार्थना के अलावा और कुछ नहीं हुआ.
डढोली थाना प्रभारी आनंद कुमार गुप्ता ने कहा कि इस जमावड़े के लिए पूर्वानुमति नहीं ली गयी थी. हमने शिकायत दर्ज करने के बाद प्रार्थना रोक दी थी. जांच चल रही है और अगर आरोप सही पाये गये तो उचित कार्रवाई की जाएगी. गुप्ता ने कहा कि अकसर प्रार्थना सभा होती है लेकिन इस बार चूंकि विदेशी इसमें शामिल थे इसलिए हिन्दू युवा वाहिनी को शक हुआ कि धर्मांतरण हो रहा है.

योगी आदित्यनाथ सरकार की नई पहल : सिर्फ 3 रुपये में नाश्ता, 5 रुपये में भोजन...!

योगी आदित्यनाथ सरकार की नई पहल : सिर्फ 3 रुपये में नाश्ता, 5 रुपये में भोजन...!





नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जिस दिन से सत्ता में आई है, अपने फैसलों की वजह से चर्चा में है... कभी उनकी चर्चा सरकारी कर्मियों में अनुशासन व समयबद्धता बनाए रखने के लिए उठाए कदमों को लेकर हुई, कभी लड़कियों से छेड़खानी करने वालों के खिलाफ 'एन्टी रोमियो स्क्वाड' बनाने को लेकर... हाल ही में उन्होंने किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज़े माफ किए, और अब वह गरीबों के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा शुरू की गई दीनदयाल रसोई योजना एवं तमिलनाडु की भूतपूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता द्वारा शुरू की गई 'अम्मा कैन्टीन' की तर्ज पर अन्नपूर्णा भोजनालय शुरू करने जा रही है, जिसमें मात्र तीन रुपये में नाश्ता और पांच रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.



मीडिया रिपोर्टों में सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अन्नपूर्णा भोजनालय का मसविदा प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है, और मुख्य सचिव को उसके बारे में विस्तृत प्रेज़ेंटेशन भी दिया जा चुका है. मीडिया रिपोर्टों पर यकीन करें, तो 12 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी इस प्रेज़ेंटेशन को देखने वाले हैं.

योजना के तहत सुबह का नाश्ता तथा दिन और रात का भोजन करवाया जाएगा. योजना के अंतर्गत नाश्ते में दलिया, इडली-सांभर, पोहा और चाय-पकौड़ा दिया जाएगा, और भोजन के समय रोटी, मौसमी सब्ज़ियां, अरहर की दाल और चावल मिलेंगे. योजना के तहत अन्नपूर्णा भोजनालय राज्य के सभी नगर निगम क्षेत्रों में खोले जाएंगे.
सूत्रों ने बताया है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ये भोजनालय उन्हीं जगहों पर खोलने की कोशिश करेगी, जहां गरीबों और मेहनतकश लोगों की तादाद ज्यादा हो.

गौरतलब है कि एक अन्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित मध्य प्रदेश में 7 अप्रैल, यानी शुक्रवार को ही दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना की शुरुआत की गई है, जिसके तहत सिर्फ पांच रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. शिवराज सिंह चौहान सरकार के अनुसार, दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना शुरू करने का मकसद बड़े शहरों में दूरदराज़ के गांवों और अन्य सूबों से आए मज़दूरों के अलावा गरीबों को कम कीमत पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाना है.