Tuesday

‘जानिए मीट बैन’ के दौर में देश को प्रोटीन की उचित खुराक कैसे मिले?



यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद मांस की दुकानों पर कहर बरपा, उनके बंद होने का सिलसिला तेज हुआ. इसी बीच मध्य प्रदेश से आवाज आई कि पूरे राज्य में मांसाहार पर रोक लगनी चाहिए. शाकाहार ही अपनाया जाना चाहिए. फिर मांसाहार पर बहस राजनीतिक हो जाती है.

लगता है जैसे गरीबी, बेरोजगारी, कुपोषण, सड़क, अस्पताल की समस्याएं खत्म हो गई हों. अब एक ही काम बचा है, वो ये कि तय किया जाए कि हम और आप क्या खाएं. लेकिन मौजूदा समय में ऐसा लग रहा है, जैसे लोगों पर शाकाहार थोपा जा रहा है. मांसाहार बहुत से लोगों के लिए प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. वो उसे अपने पोषण के लिए अहम मानते हैं.
हम प्रोटीन डेफिसिएंट देश हैं. ऐसे में हम ऐसा क्या खाएं कि भरपूर प्रोटीन मिले. मीट बैन को लेकर बहस जारी है, जबकि ये प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत है.
भारत के पूर्वोत्तर राज्यों- नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा के अलावा केरल जैसे कुछ दूसरे राज्यों में लोग बीफ खाते हैं. वहां इसकी बिक्री पर बैन नहीं है.
हालांकि केवल मीट से ही प्रोटीन मिलता है, ऐसा नहीं है. बाकी चीजों से भी प्रोटीन मिलता है. सब्जियों से भी प्रोटीन मिलता है.

No comments:

Post a Comment