सोनू निगम ने सिर मुंडवा लिया है. बाल काटने के लिए उन्होंने अपने दोस्त और सेलेब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट आलिम हाकिम को चुना.
बुधवार दोपहर अपनी प्रेस कांफ्रेंस के बाद उन्होंने ऐसा किया. इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि लोगों को हर बात को धार्मिक रूप से तोड़-मरोड़ कर पेश करने से बचना चाहिए.
सोनू ने यह भी कहा कि उनके ट्वीट का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का बिलकुल नहीं था. लेकिन लोगों ने उनकी बात समझने की बजाय उन्हीं पर आरोप लगा दिए. सोनू ने दुःख जताया कि इतनी छोटी सी बात का इतना बड़ा बतंगड़ बन गया.
बता दें कि पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी संगठित काउंसिल के उपाध्यक्ष सय्यद शाह अतेह अली अल क़ादरी ने सोनू के खिलाफ़ फतवा जारी किया था. उस फतवे में उन्होंने कहा था कि वह सोनू निगम को गंजा करने वाले को 10 लाख रुपए इनाम में देंगे.
सोनू निगम ने इसी मामले में अपना पक्ष रखने के लिए बुधवार दोपहर 2 बजे प्रेस कांफ्रेस की. कांफ्रेंस से पहले किये अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि मौलवी अपने 10 लाख रुपए तैयार रखें. क्योंकि दोपहर 2 बजे आलिम आएगा और मेरा सिर मुंडेगा.
सोनू निगम ने इसी मामले में अपना पक्ष रखने के लिए बुधवार दोपहर 2 बजे प्रेस कांफ्रेस की. कांफ्रेंस से पहले किये अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि मौलवी अपने 10 लाख रुपए तैयार रखें. क्योंकि दोपहर 2 बजे आलिम आएगा और मेरा सिर मुंडेगा.
अपनी प्रेस कांफ्रेस के दौरान सोनू ने कहा, "जिस आदमी ने जीवन भर मोहमद रफ़ी को अपना पिता माना, जिसके गुरु का नाम उस्ताद गुलाम मुस्तफ़ा खान साहब है, आप उस आदमी के बारे में ऐसा कैसे कह सकते हैं. आप अगर हर चीज़ को मुस्लिम विरोधी बना के पेश करते हैं तो ये मेरी प्रॉब्लम नहीं है, आपकी है."
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लाउडस्पीकर और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के सवाल पर सोनू ने कहा, "यदि कोई धर्म के नाम पर त्योहारों में ज़ोर-ज़ोर से गाने बजाकर नाच रहा है, लाउडस्पीकर बजा रहा है, और आते-जाते लोगों को जाने का रास्ता नहीं दे रहा है तो मेरे लिए यह गुंडागर्दी ही है. इससे पुलिस को भी परेशानी होती है."
सोनू ने कहा, "लोग सड़क पर शराब पीकर नाच रहे होते हैं, धर्म के नाम पर फिल्मी गाने बजा रहे होते हैं, क्या यह दादागिरी नहीं है? बुद्धिजीवियों को इस बात को समझना चाहिए क्योंकि आपके बच्चे भी तो उसी माहौल में पल रहे हैं. आपको समझना चाहिए कि क्या आप उन्हें ऐसा माहौल देना चाहेंगे?"
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सोनू से पूछा गया कि वह बाल क्यों मुंडवा रहे हैं? उन्होंने मीडिया को बताया, "मैं यह किसी को नीचा दिखाने या अपनी बात को साबित करने के लिए नहीं कर रहा हूं. ना ही मैं किसी तरह की कोई मिसाल बनना चाहता हूं. मेरे बाल एक मुसलमान काटेगा."
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सोनू ने स्पष्ट कर दिया कि वह बहुत सेकुलर हैं. वह इस्लाम के खिलाफ़ नहीं हैं. ना ही वह किसी मौलाना का चैलेंज पूरा करने के लिए ऐसा कर रहे हैं."
इसके साथ ही सोनू ने मीडिया से भी गुज़ारिश की कि वे उनकी बातों को गलत तरीके से ना पेश करें.
सोनू ने 17 अप्रैल की सुबह अज़ान के लिए प्रयोग होते लाउडस्पीकरों पर गुस्सा जताया था. इसके बाद उनपर धर्म विरोधी होने का आरोप लगाया जा रहा था.
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