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योगी राज में पुलिस के 9 सूत्रीय फ़ॉर्मूले का दिखा असर, 15 दिन में 673 अपराधी पहुंचे जेल


उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार में अपराधियों पर एक्शन का असर दिखने लगा है. सूबे की पुलिस ने अपराध पर लगाम कसने के लिए जो 9 सूत्रीय फ़ॉर्मूला अपनाया था उसका असर यह हुआ है कि 15 दिन में ही 673 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
लखनऊ जोन में आने वाले जिलों में 1 अप्रैल से लागू हुए इस फ़ॉर्मूले के तहत उन अपराधियों पर कार्रवाई की गई है जो अभी तक खुलेआम घूम रहे थे.
आईजी जोन लखनऊ ए सतीश गणेश ने बताया कि, “9 सूत्रीय फ़ॉर्मूले ने पुलिस की निष्क्रियता से सम्बंधित मिलने वाली शिकायतों में काफी कमी आई है. इतना ही नहीं लंबित जांच और गिरफ्तारी न होने के मामले में भी कमी आई है.”
गणेश ने बताया कि इस फ़ॉर्मूले के तहत डेली मॉनिटरिंग की वजह से कम से कम 628 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है जो कई संगीन मामलो में वांछित थे. इतना ही नहीं पुलिस की तत्परता की वजह से 45 अपराधियों ने सरेंडर भी किया है. जांच के दौरान यह भी पता चला कि 49 लोगों को गलत मामलों में फंसाया गया है.
उन्होंने बताया कि यह फ़ॉर्मूला लखनऊ जोन के तहत आने वाले जिले लखनऊ, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, अमेठी, सुलतानपुर, फैजाबाद और अम्बेडकरनगर में लागू किया गया है.
इस फ़ॉर्मूले के तहत डेली बेसिस पर मॉनिटरिंग करके नौ श्रेणी के अपराधों के तहत गिरफ़्तारी की गई है. जिनमें हत्या, नरसंहार हत्या के प्रयास, डकैती, रेप, गैंगरेप, अपहरण, दहेज़ हत्या और नाबालिग लड़कियों को भगाने का मामला शामिल है.
गणेश ने बताया कि लखनऊ और उन्नाव गिरफ़्तारी के मामले में सबसे आगे रहे वहीं लखीमपुर खीरी और सुलतानपुर इस मामले में फिसड्डी रहे.

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