नई दिल्ली : देश के 14वें राष्ट्रपति के नाम का ऐलान आज शाम 5 बजे तक हो जाएगा. सुबह 11 बजे से मतगणना शुरू हो चुकी है, जो कि शाम तक पूरी हो जाएगी. इस बार देश का नया राष्ट्रपति चुनने के लिए करीब 99 फीसदी मतदान हुआ था. 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे.
हालांकि संख्याबल के हिसाब से सत्तारूढ़ गठबंधन के राम नाथ कोविंद को विपक्ष की मीरा कुमार पर भारी माना जा रहा है. हालांकि संख्याबल के हिसाब से सत्तारूढ़ गठबंधन के राम नाथ कोविंद को विपक्ष की मीरा कुमार पर भारी माना जा रहा है. विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने गुरुवार सुबह कहा कि मैं रामनाथ कोविंद का सम्मान करती हूं. राष्ट्रपति चुनाव विचारधारा की लड़ाई है. हमने मूल्यों और विचारधारा की लड़ाई लड़ी है. हमने लोगों की आवाज को बुलंद किया है.
मतदान में कुल 4,896 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. जिनमें 4,120 विधायक और 776 निर्वाचित सांसद शामिल हैं. राज्यों की विधान परिषदों के एमएलसी निर्वाचक मंडल का हिस्सा नहीं हैं. मतदान के लिए संसद भवन में एक मतदान केंद्र सहित विभिन्न राज्यों में 32 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे.
यह है प्रक्रिया
- सबसे पहले संसद भवन की मतपेटी खोली जाएगी और फिर राज्यों से आई मतपेटियों को वर्णमाला के आधार पर खोला जाएगा.
- वोटों की गिनती चार अलग- अलग मेजों की जाएगी, यानी चार जगह पर एक साथ वोटों की गिनती होगी.
- राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना आठ चरणों में की जाएगी, इसके लिए कुल साढ़े दस लाख वोट हैं.
- राष्ट्रपति चुने जाने के लिए कुल वोटों के आधे से एक वोट अधिक हासिल करना ज़रूरी है. यानी इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने से ही जीत तय नहीं होती है. राष्ट्रपति वहीं बनता है, जो सांसदों और विधायकों के वोटों के कुल वेटेज का आधा से ज्यादा हिस्सा हासिल करे.
- इस समय राष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल वेटेज 10,98,882 है। यानी जीत के लिए उम्मीदवार को 5,49,442 वोट हासिल करने होंगे.
- सबसे पहले संसद भवन की मतपेटी खोली जाएगी और फिर राज्यों से आई मतपेटियों को वर्णमाला के आधार पर खोला जाएगा.
- वोटों की गिनती चार अलग- अलग मेजों की जाएगी, यानी चार जगह पर एक साथ वोटों की गिनती होगी.
- राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना आठ चरणों में की जाएगी, इसके लिए कुल साढ़े दस लाख वोट हैं.
- राष्ट्रपति चुने जाने के लिए कुल वोटों के आधे से एक वोट अधिक हासिल करना ज़रूरी है. यानी इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने से ही जीत तय नहीं होती है. राष्ट्रपति वहीं बनता है, जो सांसदों और विधायकों के वोटों के कुल वेटेज का आधा से ज्यादा हिस्सा हासिल करे.
- इस समय राष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल वेटेज 10,98,882 है। यानी जीत के लिए उम्मीदवार को 5,49,442 वोट हासिल करने होंगे.
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