नई दिल्ली(20 जुलाई): एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति होंगे। उन्होंने मीरा कुमार को लाख वोटों से हराया। कोविंद देश के दूसरे दलित राष्ट्रपति होंगे। इससे पहले के.आर नारायण इस पद पर बैठने वाले पहले दलित थे। आपको बता दें राष्ट्रपति बनने से पहले कोविंद बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
आइए जानते हैं कोविंद के अब तक सफर को...
- कोविंद काफी लंबे से केंद्रीय राजनीति में भी एक्टिव रह चुक हैं। उन्हें बिहार विधानसभा चुनावों से कुछ समय पहले ही बिहार का राज्यपाल बनाया गया था।
- वर्ष 1994 से 2006 के बीच दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैं। पेशे से वकील कोविंद भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रमुख भी रहे हैं।
- वे 1977 में पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के विशेष कार्यकारी अधिकारी रहे चुके हैं।
- कोविंद दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं।
- दो बार भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता ,उत्तर प्रदेश के महामंत्री रह चुके हैं।
- परिवार में पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री है।
- केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद कोविंद उत्तर प्रदेश से राज्यपाल बनने वाले तीसरे व्यक्ति थे।
-उन्होंने कानपुर देहात की डेरापुर तहसील के गांव परौंख में जन्मे रामनाथ कोविंद ने सर्वोच्च न्यायालय में वकालत से कॅरियर की शुरुआत की थी।
- परौख गांव में 1945 में जन्मे रामनाथ कोविद की प्रारंभिक शिक्षा संदलपुर ब्लाक के ग्राम खानपुर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय हुई।
- कानपुर नगर के बीएनएसडी इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद डीएवी कॉलेज से बी कॉम व डीएवी लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
- बिहार के मौजूदा राज्यपाल रामनाथ कोविद अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं।
- कहा जाता है कि परौख गांव में कोविंद अपना पैतृक मकान बारातघर के रूप में दान कर चुके हैं। उनके बड़े भाई प्यारेलाल व स्वर्गीय शिवबालक राम हैं।
No comments:
Post a Comment