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यूट्यूब का नया बवाली गाना ‘सोनू सॉन्ग’, जिसके बाद लोग ढिनचैक पूजा को भूल गए

इस गाने को लोग सिर्फ सुनते ही नहीं हैं, खुद का भी वीडियो बना डालते हैं.
यूट्यूब की महिमा अपरंपार है. कुछ भी रिकॉर्ड करके अपलोड कर देने की जो सहज सुविधा हासिल है लोगों को, उससे कई बार चौंकाने वाले नतीजे निकलते हैं. ढिनचैक पूजा का उदाहरण ताज़ा है. जितना ज़्यादा उस लड़की का मज़ाक बनता गया, उतने ही हिट्स उसके वीडियो पर बढ़ते गए. लोग तमाशा बनाते रहे और पूजा का बैंक अकाउंट रिच होता रहा. यूट्यूब पर कुछ क्लिक कर जाने की देर है बस! दुनिया पगला जाती है उसके पीछे. इसी परंपरा का नया हीरा है ‘सोनू सॉन्ग’.
इस गाने ने ट्रेंड सेटिंग की दुनिया में एक कदम आगे की चीज़ कर दी है. अब तक वायरल चीज़ों को लोग शेयर करते थे या रिपीट सुनते रहते थे. लेकिन इस गाने को लेकर पब्लिक का उत्साह ऐसा है कि वो खुद अपने वर्जन बनाकर यूट्यूब पर अपलोड करने लगे हैं. मूल गाना मराठी में है. लेकिन यूट्यूब पर इसके हिंदी, गुजराती, पंजाबी, राजस्थानी, मारवाड़ी आदि भाषाओं में वर्जन आ चुके हैं. ख़ास बात ये कि लोग इसे मज़े ले लेकर गाते हैं.
इस गाने के साथ एक और अजीब बात है. इसके ओरिजिनेटर का पता चल पाना मुश्किल लग रहा है. हालांकि कई लोग मराठी गायक अजय क्षीरसागर को इसका जन्मदाता मानते हैं. लेकिन हमने एक वीडियो देखा है, जिसमें वो खुद ये कह रहे हैं कि उन्हें ऐसा एक वीडियो whatsapp पर मिला था, जिसे उन्होंने आगे गाने में तब्दील किया.
बहरहाल इस ‘सोनू सॉन्ग’ ने वाकई ग़दर मचा रखा है. यूट्यूब पर ‘सोनू सॉन्ग’ लिखने भर से इतने वर्जन सामने आ जाते हैं कि बस! इसकी ट्यून इतनी सिंपल है कि वो आपके दिमाग में अटक कर रह जाती है. गाने की कैच लाइन है, “सोनू, तुझा माझ्यावर भरोसा नाय काय?” जिसका हिंदी में मतलब हुआ, “सोनू, तुम्हें मुझपर भरोसा नहीं है?”
आइए कुछ एक नमूने देख लें:
# अजय क्षीरसागर का बनाया मराठी वर्जन, यहीं से ट्रिगर हुआ बताते हैं सारा माजरा.


# फिर रेड एफएम की आरजे मलिश्का ने इसे मुंबई की बारिश से जोड़ दिया. ये भी हिट रहा.


# रेड एफएम ने ही इसका गुजराती वर्जन भी पेश किया. हमने इसे भी झेला


# रेडियो मिर्ची इसे यूपी-बिहार ले आए. इसका भोजपुरी वर्जन पेश किया.


# मारवाड़ी वर्जन. ये मेरा पर्सनल फेवरेट है. शायद इसलिए क्योंकि मैंने इसे ही सबसे पहले सुना था.


# इस हिंदी वर्जन में भाई मूल भावना को छोड़ के बहुत इधर-उधर भटका है.


# लो इनसे मिलो. ये हल्दी का फंक्शन छोड़ के ‘सोनू’ गाने बैठ गए हैं.


# पंजाबियों दी शान वखरी.


# इस गाने का मज़ा मस्ती करते हुए गाने में ही है.


# एक-दो लोग नहीं, पूरा परिवार गाने बैठ जाता है इस गाने को.


हमारा भी हर सोनू से यही कहना है. ‘सोनू, तू माझ्याशी गोड बोल’, माने ‘सोनू, तू हमसे मीठी-मीठी बातें किया कर रे.’

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