ने गुरुवार को दो बड़े नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। सुकमा हमले में ये शामिल थे।
वहीं, सुकमा हमले के बाद एक बार फिर से नक्सली सक्रिय हो गए हैं। गढ़चिरोली जिले में भामरागढ़ तहसील के कोपर्सी जंगल में जिला बल और सीआरपीएफ की 199 बटालियन पर घात लगाकर फायरिंग की गई। इस फायरिंग का माकूल जवाब दिया गया। पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ में पुलिस के तीन जवान घायल हो गए जबकि दो माओवादी पकड़े गए।
पुलिस ने पकड़े गए माओवादियों के पास से दो डेटोनेटर बरामद किए हैं। जो पुलिस जवान घायल हुए हैं, उन्हे एयरलिफ्ट करके गढ़चिरोली लाया गया है, जहां रामकृष्ण अस्पताल में उनका उपचार किया जा रहा। अस्पताल में छत्तीसगढ़ पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद हैं।
घायलों में रायपुर, महाराष्ट्र पुलिस और सीआरपीएफ का एक जवान शामिल है। घायलों के नाम हैं विजय सिंह ठाकुर, गिरधर तोलावी और टी. गुनेर।
नक्सली कैम्प ध्वस्त : जिला नारायणपुर में पुलिस नक्सली मुठभेड़ के दौरान बड़ी संख्या में नक्सली सामग्री बरामद की गई है। आईटीबीपी कैम्प के जवान सहित ओरक्षा की डीआरजी व एसटीएफ की सयुक्त पार्टी गरदापाल, टेमुरगांव की ओर रवाना हुई थी। टेमुरगांव के पास नक्सलियों ने अचानक सुरक्षा बलों पर हमला बोल दिया।
आधे घंटे तक चली इस मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग खड़े हुए। मौके से कॉम्बेट वर्दी कपड़ा, इलेक्ट्रिक वायर, डेटोनेटर, बारूद, पटाखे, बैनर, कपडे, मेडिकल टूल सहित बड़ी संख्या में अन्य सामग्री बरामद की गई है। जप्त सामग्री को आज नारायणपुर मुख्यालय लाया गया। बस्तर के आईजी विवेकानन्द सिन्हा भी इस मौक़े पर मौजूद थे। यह उक्त जानकारी नारायनपुर एसपी संतोष सिंह ने दी।
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