श्रीनगर
जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में घरों में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए गुरुवार को शुरू किया गया एक बड़ा अभियान जारी है। इस बीच सेना के जवानों पर हमले की खबर भी आ रही है। बताया जा रहा है ऑपरेशन में जुटे सेना के दस्ते पर आतंकियों ने हमला किया। शोपियां में सेना के गश्ती दल पर हुए आतंकी हमले में दो जवान और एक नागरिक के घायल होने की खबर है। इस बीच कुलगाम जिले में भी सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर है।
लंबे समय बाद चला ऐसा ऑपरेशन
लंबे समय बाद ऐसा हुआ है जब सेना ने इतना बड़ा ऑपरेशन चलाया। इस दौरान हेलिकॉप्टर और ड्रोन ने हवा में चक्कर लगाए और चार हजार से अधिक जवान क्षेत्रभर में फैल गए। सेना के सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों पर हमला करने वाले इस क्षेत्र और घरों के अंदर छिपे आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए अभियान सुबह तडके शुरु किया गया। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवान जिले के 12 से अधिक गांवों की ओर आगे बढ़े।
सेना के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शोपियां में चलाया गया अभियान संकटग्रस्त कश्मीर घाटी में एक दशक से भी अधिक समय का अब तक का सबसे बडा अभियान है. घर-घर जा कर तलाशी अभियान को आज दोबारा शरु किया गया। 1990 के अंत में इसे बंद कर दिया गया था। सैनिकों ने ग्रामीणों से एक क्षेत्र में इकट्ठा होने के लिए कहा ताकि उनके घरों की अच्छे से तलाशी ली जा सके।
जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में घरों में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए गुरुवार को शुरू किया गया एक बड़ा अभियान जारी है। इस बीच सेना के जवानों पर हमले की खबर भी आ रही है। बताया जा रहा है ऑपरेशन में जुटे सेना के दस्ते पर आतंकियों ने हमला किया। शोपियां में सेना के गश्ती दल पर हुए आतंकी हमले में दो जवान और एक नागरिक के घायल होने की खबर है। इस बीच कुलगाम जिले में भी सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर है।
लंबे समय बाद चला ऐसा ऑपरेशन
लंबे समय बाद ऐसा हुआ है जब सेना ने इतना बड़ा ऑपरेशन चलाया। इस दौरान हेलिकॉप्टर और ड्रोन ने हवा में चक्कर लगाए और चार हजार से अधिक जवान क्षेत्रभर में फैल गए। सेना के सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों पर हमला करने वाले इस क्षेत्र और घरों के अंदर छिपे आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए अभियान सुबह तडके शुरु किया गया। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवान जिले के 12 से अधिक गांवों की ओर आगे बढ़े।
सेना के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शोपियां में चलाया गया अभियान संकटग्रस्त कश्मीर घाटी में एक दशक से भी अधिक समय का अब तक का सबसे बडा अभियान है. घर-घर जा कर तलाशी अभियान को आज दोबारा शरु किया गया। 1990 के अंत में इसे बंद कर दिया गया था। सैनिकों ने ग्रामीणों से एक क्षेत्र में इकट्ठा होने के लिए कहा ताकि उनके घरों की अच्छे से तलाशी ली जा सके।
अभियान में शामिल सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम नहीं चाहते थे कि कोई भी नागरिक हताहत हो और इसके लिए कोई कदम उठाना जरुरी था।' एक अन्य अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में विदेशी आतंकवादियों सहित आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरु किया गया था। हालांकि अभी तक किसी आतंकवादी से कोई संपर्क नहीं हुआ है।
सुरक्षा बल को जमीन पर सहायता देने के लिए कंसील्ड एंटी टेरेरिस्ट का दल था वहीं ड्रोन सैनिकों को पल पल की खबर दे रहा था। एक अधिकारी ने बताया कि तुर्कावांगन गांव में पथराव की एक छोटी घटना को छोड कर अभियान ठीक से चल रहा है। तलाशी अभियान पूरा करने के बाद सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं कोई आतंकवादी बच के न निकल गया हो, एक बार फिर पूरे क्षेत्र में 'रिजर्व स्वीप' किया।
उधर दिल्ली में सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने संवादताओं से कहा कि सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर में घुसपैठ रोधी सुरक्षा को बढ़ा दिया है। जनरल रावत ने कहा, 'इसमें कुछ भी नया नहीं है. गश्त अभियान पहले भी हुआ करते थे।'
सुरक्षा बल को जमीन पर सहायता देने के लिए कंसील्ड एंटी टेरेरिस्ट का दल था वहीं ड्रोन सैनिकों को पल पल की खबर दे रहा था। एक अधिकारी ने बताया कि तुर्कावांगन गांव में पथराव की एक छोटी घटना को छोड कर अभियान ठीक से चल रहा है। तलाशी अभियान पूरा करने के बाद सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं कोई आतंकवादी बच के न निकल गया हो, एक बार फिर पूरे क्षेत्र में 'रिजर्व स्वीप' किया।
उधर दिल्ली में सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने संवादताओं से कहा कि सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर में घुसपैठ रोधी सुरक्षा को बढ़ा दिया है। जनरल रावत ने कहा, 'इसमें कुछ भी नया नहीं है. गश्त अभियान पहले भी हुआ करते थे।'
loading...
No comments:
Post a Comment