सपा शासन में पुलिस को अपनी भैंसों के पीछे दौड़ाने वाले आजम खां की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
जनाब आजम खां जब सत्ता में रहे तो गवर्नर राम नाइक और उनके बीच तलवारें खिंचती रहीं। अब बारी गवर्नर साहब की है। जी हां उत्तर प्रदेश की नई धाकड़ सत्ता को गवर्नर ने लेटर लिखा है। गवर्नर ने योगी को पत्र लिखकर आजम पर कार्रवाई करने को कहा है।
अखिलेश के खास मंत्री रहे आजम खां के खिलाफ सरकारी तथा वक्फ बोर्ड की संपत्ति के दुरुपयोग के आरोप हैं। समाजवादी पार्टी के रामपुर से विधायक आजम खां पर बेहद संगीन आरोप हैं। जिनमें सरकारी संपत्तियों, वक्फ बोर्ड की संपत्तियों के कब्जे के साथ ही साथ हेराफेरी तथा सरकारी खजाने के बड़े दुरुपयोग के आरोप भी लगे हैं।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव के साथ ही सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बेहद खास माने जाने वाले आजम खां रामपुर में मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन मनाकर भी बेहद चर्चा में थे।
आजम खां पर मदरसा आलिया पर कब्जा करने का आरोप है। इसके साथ ही निजी विश्वविद्यालय में सरकारी गेस्ट हाउस बनवाने तथा स्पोर्ट्स स्टेडियम का सामान रामपुर में अपने जौहर विश्वविद्यालय में ले जाने का आरोप है।
आजम खां के खिलाफ सेंट्रल वक्फ काउंसिल (सीडब्ल्यूसी) ने 42 पन्नों की एक रिपोर्ट भी तैयार की थी। इस रिपोर्ट में वक्फ काउंसिल ने बेहद ईमानदार होने का दावा करने वाले आजम खां पर भ्रष्टाचार के बेहद गंभीर आरोप लगाए थे।
साथ ही रिपोर्ट जांच के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय भी भेजी गई थी। ऐसे में राज्यपाल राम नाईक ने भी इन मामलों में पत्र लिख कर सीएम योगी से मामले पर कार्रवाई करने की सिफारिश की है।
कांग्रेस नेता के शिकायती पत्र पर राज्यपाल ने लिखा मुख्यमंत्री को :
पूर्व मंत्री आजम खां पर सरकारी खजाने के दुरुपयोग व रामपुर की सरकारी इमारतों पर कब्जे की शिकायत पर राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जांच कराने को कहा है। रामपुर के कांग्रेसी नेता फैसल लाला ने 26 अप्रैल को राज्यपाल को आजम के खिलाफ 14 सूत्री ज्ञापन सौंपा था। जिसमें इल्जाम लगाया गया था कि पूर्व मंत्री ने सत्ता में रहते हुए सरकारी खजाने का जमकर दुरुयोग किया है।
करोड़ों की लागत से बने रहे स्पोट्र्स स्टेडियम के सामान का इस्तेमाल जौहर विश्वविद्यालय में किया जा रहा है। सरकारी इमारतों को एक रुपये की लीज पर जौहर ट्रस्ट को आवंटित कर दिया गया है। खां पर वित्तीय इल्जामों की फेहरिस्त भी थी।
फैसल लाला के शिकायती पत्र को संलग्न करते हुए राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में राज्यपाल ने कहा है कि इल्जाम बेहद गंभीर प्रकृति हैं, जिसकी जांच कराई जानी चाहिए। ध्यान रहे, इससे पहले समाजवादी सरकार के दौरान भी फैसल लाला ने आजम खां के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन दिया था, उस समय भी उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था, मगर उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
No comments:
Post a Comment