पूरे देश को झकझोर देने वाले निर्भया गैंगरेप केस में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए चारों दोषियों की फांसी की सजा को बरकरार रखी। फैसला सुनते ही लोगों ने तालियां बजानी शुरु कर दी और कहा कि देश की बेटी आज जीत गई।
कोर्ट के इस फैसले पर यूपी के सीएम ने भी खुशी जताई है। योगी ने ट्वीट किया है कि निर्भया कांड के चारों दोषियों की फाँसी की सज़ा बरक़रार रखने के माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले का हम स्वागत करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से निर्भया गैंगरेप मामले में सभी दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने का पीड़िता के परिजनों ने स्वागत किया है। पीड़िता की मां आशा देवी ने कहा कि शीर्ष अदालत के इस फैसले से उनकी बेटी को इंसाफ मिला है। हम सबको इंसाफ मिला है, लेकिन बेटी को खोने का मलाल सब दिन रहेगा। उन्होंने कहा- 'हमारी कानून व्यवस्था थोड़ी लचर जरूर है, लेकिन आज मैं मानती हूं कि कानून में देर हैं, लेकिन अंधेर नहीं है।'
16 दिसंबर 2012 की वो रात दिल्ली के चेहरे पर एक बदनुमा दाग की तरह बन गई. उस रात एक चलती बस में पांच बालिग और एक नाबालिग दरिंदे ने 23 साल की निर्भया के साथ हैवानियत का जो खेल खेला, उसे जानकर हर देशवासी का कलेजा कांप उठा। वह युवती पैरामेडिकल की छात्रा थी।
Happy with tears
ReplyDelete