यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि वैसे तो कट्टर हिंदू नेता की रही है लेकिन फिलहाल उनके द्वारा 2002 में बनाई गई हिंदू युवा वाहिनी एक मुसलमान की निर्मम हत्या को लेकर चर्चा में है।
लिस ने इस हत्या के शक में हिंदू युवा वाहिनी के चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। मालूम हो कि बुलंदशहर के पहासू के सोही गांव में इसी मंगलवार को खेत में काम कर रहे एक मुस्लिम किसान को खेत से खींच कर लाठी-डंडो से बेरहमी से पीटा गया जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला जिसके बाद पार्टी ने पूरे देश को चौंकाते हुए हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक और गोरखनाथ मंदिर के महंत योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया। उनके बाद से ही हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा हुआ है।
योगी के सत्ता में आने के बाद से ही हिंदू युवा वाहिनी लव जेहाद के प्रति फिर से सक्रिय हो गई है। योगी की सेना का मानना है कि एक साजिश के तहत हिंदू महिलाओं और लड़कियों को शादी और लालच देकर इस्लाम में परिवर्तित किया जा रहा है।
बुलंदशहर के पहासू में एक हिंदू लड़की के मुस्लिम युवक के साथ गायब होने की खबर फैलते ही युवा वाहिनी ने इस मामले को लव-जेहाद करार दे दिया और दल-बल के साथ पहासू के सोहा गांव पहुंच गए।
सूत्रों के मुताबिक जैसे ही उन्हें पता चला कि पहासू से लापता जोड़े के बारे में इस गांव के एक किसान को पता है तो उसे पकड़ने के लिए वो सीधे आम के उस बगीचे में पहुंच गए जहां गुलाम मोहम्मद काम कर रहा था।
जब गुलाम मोहम्मद ने दोनों के बारे में बताने से इनकार कर दिया तो युवा वाहिनी के लोगों ने उस पर लाठी डंडो में हमला कर दिया और उसे बुरी तरह पीटा जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
हालांकि हिंदू युवा वाहिनी के पीके मॉल ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि हिंदू युवा वाहिनी इस हमले में किसी तरह से शामिल नहीं था। हम नहीं चाहते कि किसी मुस्लिम लड़की को हिंदू बनाया जाए लेकिन किसी तरह के आपराधिक मामलों में शामिल नहीं हैं।
युवा वाहिनी का ये आरोप भी है कि यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह की सोची समझी साजिश रची जा रही है।
आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले लिए गए फैसलों में से एक था यूपी में चल रहे अवैध बुचड़खानों को बंद करवाना। सरकार के इस आदेश के बाद युवा वाहिनी के लोगों ने कई जगहों पर मुस्लिमों द्वारा चलाई जा रही मीट की दुकानों को बंद करने की कोशिश की जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री को कहना पड़ा कि ऐसे लोग संयम में रहें और कानून का पालन करें
जब गुलाम मोहम्मद ने दोनों के बारे में बताने से इनकार कर दिया तो युवा वाहिनी के लोगों ने उस पर लाठी डंडो में हमला कर दिया और उसे बुरी तरह पीटा जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
हालांकि हिंदू युवा वाहिनी के पीके मॉल ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि हिंदू युवा वाहिनी इस हमले में किसी तरह से शामिल नहीं था। हम नहीं चाहते कि किसी मुस्लिम लड़की को हिंदू बनाया जाए लेकिन किसी तरह के आपराधिक मामलों में शामिल नहीं हैं।
युवा वाहिनी का ये आरोप भी है कि यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह की सोची समझी साजिश रची जा रही है।
आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले लिए गए फैसलों में से एक था यूपी में चल रहे अवैध बुचड़खानों को बंद करवाना। सरकार के इस आदेश के बाद युवा वाहिनी के लोगों ने कई जगहों पर मुस्लिमों द्वारा चलाई जा रही मीट की दुकानों को बंद करने की कोशिश की जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री को कहना पड़ा कि ऐसे लोग संयम में रहें और कानून का पालन करें
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