Thursday

इतनी सारी गोलियां खाने का बाद भी मैं यहां आपके सामने बैठा हूं, पर अभी भी लगता है कि मेरा कोई काम अधूरा है।





एक निजी समाचार चैनल से बातचीत के दौरान चेतन चीता ने कहा वे दोबारा से कोबरा टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं।


'मेरा कोई काम अधूरा है....'
उन्होंने कहा कि इतनी सारी गोलियां खाने का बाद भी मैं यहां आपके सामने बैठा हूं, पर अभी भी लगता है कि मेरा कोई काम अधूरा है। यह इसलिये है कि मैं कुछ खास ही हूं।

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कौन है चेतन कुमार चीता? 
बता दें कि कश्मीर के बांदीपोर जिले में आतंकियों के सर्च ऑपरेशन का चेतन कुमार चीता ने नेतृत्व किया था। पूरा शरीर गोलियों से छलनी होने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लश्कर के आतंकी को ढेर कर दिया था। उन्हें 14 फरवरी को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उनकी तीन सर्जरी की और शरीर से नौ गोलियां निकालीं। एक गोली उनकी आंख में भी लगी थी। उनकी दूसरी आंख ठीक है। डॉ. अमित गुप्ता ने बताया कि हड्डियों से संबंधित उनकी कुछ और सर्जरी करनी पड़ सकती है, लेकिन इस बारे में फैसला बाद में लिया जाएगा। 

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