नाबालिग से गैंगरेप मामले में जेल में बंद अखिलेश सरकार के कद्दावर मंत्री गायत्री प्रजापति का परिवार सोमवार को फरियाद लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 5 कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर पहुंचा. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.
पीतटीआई के मुताबिक सीएम योगी ने गायत्री की बेटियों के साथ मुलाक़ात से इनकार कर दिया..
उधर, अपनी दो बेटियों को लेकर सीएम से मिलने पहुंची गायत्री प्रजापति की पत्नी महर्षि देवी का कहना है कि गायत्री को झूठे केस में फंसाया गया है.
झूठे केस में फंसाया
गायत्री प्रजापति की बेटी सुधा ने कहा, 'मेरे पिता निर्दोष हैं, उन्हें झूठे केस में फंसाया गया है. हमारे पास इसके सबूत भी हैं, लड़की ने खुद कहा है कि वह गायत्री प्रजापति को नहीं जानती और न ही उसने एफआईआर लिखवाई है.' परिवार की मांग है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले में हस्तक्षेप करें.
मंत्री ने दिया भरोसा!
गायत्री प्रजापति की पत्नी महर्षि देवी ने कहा, 'हमारी मुलाकात एक मंत्री से हुई. उन्होंने हमें हरसंभव मदद देने का भरोसा दिलाया है और कहा है कि उनका संदेश मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया जाएगा.'
इससे पहले लखनऊ कोर्ट ने छेड़छाड़ के एक मामले में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री और रेप के आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति को 12 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.
गायत्री को जमानत देने वाले जज ओपी मिश्र सस्पेंड
गैंगरेप मामले में गायत्री प्रजापति को जमानत देने वाले पोक्सो कोर्ट के जज ओपी मिश्र को इलाहाबाद हाई कोर्ट की प्रशासनिक समिति ने सस्पेंड कर दिया था. इतना ही नहीं जमानत को रद्द करते हुए मुख्य न्यायाधीश डीबी भोंसले ने गायत्री प्रसाद प्रजापति को जमानत दिए जाने वाले आदेश पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अतिरिक्त जिला और सत्र अदालत के न्यायाधीश की सभी शक्तियां भी छीन लीं.
No comments:
Post a Comment